
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद) द्वारा हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्रों की सूची जारी कर दी गई है। सूची जारी होते ही अब परीक्षा की वास्तविक और व्यावहारिक तैयारी विद्यालय स्तर पर शुरू मानी जा रही है। यह सूची छात्रों से अधिक स्कूल प्रबंधन, प्रधानाचार्य और प्रबंधकों के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि इसी के आधार पर परीक्षा संचालन की पूरी व्यवस्था खड़ी होती है।
जिन विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है, उनके लिए यह सूची केवल सूचना नहीं बल्कि बड़ी जिम्मेदारी का संकेत है। अब ऐसे स्कूलों को यह सुनिश्चित करना होगा कि बोर्ड परीक्षा का आयोजन पूरी पारदर्शिता, अनुशासन और निर्धारित मानकों के अनुसार किया जा सके।
सूची सामने आने के बाद स्कूल प्रबंधन को स्पष्ट हो जाता है कि किस विद्यालय को परीक्षा केंद्र बनाया गया है और वहाँ कितने परीक्षार्थियों की परीक्षा कराई जा सकती है। इसके साथ ही भौतिक और तकनीकी व्यवस्थाओं की समीक्षा भी शुरू हो जाती है।
- कक्षों की स्थिति, डेस्क-बेंच, पंखे और प्रकाश व्यवस्था
- सीसीटीवी कैमरों की उपलब्धता और उनकी कार्यशीलता
- पेयजल, शौचालय और साफ-सफाई की व्यवस्था
- केंद्र अधीक्षक, कक्ष निरीक्षक और अन्य कर्मचारियों की तैयारी
इस दौरान विद्यालय प्रबंधन को बोर्ड के दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करना होता है, समयबद्ध तैयारी और रिपोर्टिंग सुनिश्चित करनी होती है तथा परीक्षा के दौरान निष्पक्ष और शांत वातावरण बनाए रखने की जिम्मेदारी भी निभानी होती है।
सूची जारी होने के बाद प्रधानाचार्य और प्रबंधकों की भूमिका और अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है। उन्हें यह देखना होता है कि कोई भी कक्ष या सुविधा बोर्ड मानकों से कम न हो, परीक्षा से पहले सभी तकनीकी और भौतिक व्यवस्थाएँ दुरुस्त हों तथा विद्यालय किसी भी निरीक्षण या जांच के लिए पूरी तरह तैयार रहे।
इस प्रकार, यूपी बोर्ड द्वारा जारी परीक्षा केंद्रों की सूची को स्कूलों के लिए परीक्षा-पूर्व तैयारियों की औपचारिक शुरुआत माना जा रहा है। इसी सूची के आधार पर यह तय होता है कि कौन-सा विद्यालय बोर्ड परीक्षा जैसी बड़ी जिम्मेदारी निभाने जा रहा है। छात्रों के लिए परीक्षा का समय बाद में आता है, लेकिन स्कूलों के लिए तैयारी इसी सूची के साथ शुरू हो जाती है।
https://school.upmsp.edu.in/CenterList.aspx