भारत की AI उड़ान: स्टैनफोर्ड HAI रिपोर्ट में 7वें से सीधे तीसरे स्थान पर पहुँचा देश

29 दिसंबर 2025:
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के ह्यूमन-सेंटर्ड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इंस्टीट्यूट (HAI) की 2025 ग्लोबल AI वाइब्रेंसी टूल रिपोर्ट में भारत को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की वैश्विक प्रतिस्पर्धा में तीसरा स्थान मिला है। यह रिपोर्ट 2024 तक के आंकड़ों पर आधारित है और इसमें 36 देशों की तुलना की गई है। अमेरिका पहले स्थान पर है, चीन दूसरे पर और भारत तीसरे स्थान पर है। भारत ने यूनाइटेड किंगडम, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और जापान को पीछे छोड़ा है।
रिपोर्ट के अनुसार, भारत का स्कोर 21.59 है। पिछले वर्ष भारत सातवें स्थान पर था और इस बार चार स्थान की बढ़त दर्ज की गई है। स्टैनफोर्ड की वेबसाइट पर उपलब्ध इस इंटरएक्टिव टूल में सात प्रमुख क्षेत्रों—रिसर्च एंड डेवलपमेंट, रिस्पॉन्सिबल AI, इकोनॉमी, टैलेंट, पॉलिसी एंड गवर्नेंस, पब्लिक ओपिनियन और इंफ्रास्ट्रक्चर—के आधार पर मूल्यांकन किया गया है। भारत ने AI पब्लिकेशंस, पेटेंट्स, स्टार्टअप्स, टैलेंट ग्रोथ और सरकारी पहलों में अच्छा प्रदर्शन किया है।
स्टैनफोर्ड HAI की रिपोर्ट में भारत की प्रगति को देश के AI इकोसिस्टम की तेज़ वृद्धि से जोड़ा गया है। इसमें इंडियाAI मिशन जैसी सरकारी योजनाएं शामिल हैं। इस मिशन के तहत 10,000 से अधिक GPU तैनात करने, नेशनल डेटा प्लेटफॉर्म बनाने और सुरक्षित AI फ्रेमवर्क विकसित करने की योजना है। इसके लिए लगभग 10,300 करोड़ रुपये का बजट तय किया गया है।
इस रैंकिंग को भारत में सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। सरकारी अधिकारियों और राजनीतिक नेताओं ने इसे देश की तकनीकी प्रगति से जोड़ा है। भाजपा नेताओं ने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत की दिशा में एक उपलब्धि बताया है। उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने सोशल मीडिया पर कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत AI के क्षेत्र में लगातार नए कीर्तिमान बना रहा है। भाजपा की यूथ विंग और अन्य नेताओं ने भी इसे सरकार की नीतियों का परिणाम बताया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में ESTIC 2025 सम्मेलन में भारत की इनोवेशन ग्रोथ पर जोर देते हुए कहा था कि भारत की प्रगति पॉलिसीज, टैलेंट और महत्वाकांक्षा से प्रेरित है। हालांकि इस रैंकिंग पर उनकी कोई सीधी प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन विशेषज्ञ इसे AI पर केंद्रित नीतियों की वैश्विक पहचान मानते हैं। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि भारत में R&D खर्च दोगुना हुआ है और पेटेंट्स 17 गुना बढ़े हैं।
रिपोर्ट में भारत के AI स्टार्टअप इकोसिस्टम, गिटहब प्रोजेक्ट्स में योगदान और AI से जुड़े हायरिंग ग्रोथ को भी रेखांकित किया गया है, जो भविष्य की तकनीक में देश की भूमिका को दर्शाता है।

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